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Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे गुट को मिला बाला साहेब की 'शिवसेना' और चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’

Maharashtra Politics: माना जा रहा है कि चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा की उद्धव ठाकरे इस मुद्दे को आगे लेकर कहाँ तक जाते हैं।

aman
Written By aman
Published on: 17 Feb 2023 8:34 PM IST (Updated on: 17 Feb 2023 11:13 PM IST)
Shiv Sena Symbol
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Shiv Sena Symbol (Image: Social Media)

Maharashtra Politics: एक बड़े घटनाक्रम में बाला साहेब की शिवसेना अब शिंदे गुट के नाम हो गयी है। वहीँ पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ भी शिंदे गुट को ही आवंटित कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने आज आदेश जारी कर कहा कि उद्धव ठाकरे गुट को नहीं बल्कि महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के नाम शिवसेना और पार्टी का प्रतीक ‘धनुष और तीर’ रहेगा। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा की उद्धव ठाकरे इस मुद्दे को आगे लेकर कहाँ तक जाते हैं।

चुनाव आयोग (Election Commission) ने पाया कि, 2018 में संशोधित शिवसेना (Shiv Sena) का संविधान भारत के चुनाव आयोग को नहीं दिया गया है। आयोग के आग्रह पर दिवंगत बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) की ओर से लाए गए 1999 के पार्टी संविधान में लोकतांत्रिक मानदंडों को पेश करने के काम को संशोधनों ने पूर्ववत कर दिया था।

आयोग ने धनुष-बाण चिन्ह फ्रीज किया था

आपको बता दें कि, ये मामला चुनाव आयोग के पास लंबित होने की वजह से धनुष-बाण के चिन्ह को फ्रीज (Freeze Sign) कर दिया गया था। उपचुनाव के लिए, दोनों गुटों को अलग-अलग सिंबल आवंटित (Symbol Assigned) किए गए थे। जिसके तहत शिंदे खेमे को जहां 'दो तलवारें और एक ढाल' तो उद्धव गुट को 'मशाल' का सिंबल दिया गया था।

क्या है मामला?

गौरतलब है कि, पिछले साल यानी जून 2022 में जब एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने शिवसेना का तख्तापलट किया था तब पार्टी में दो गुट सामने आए थे। पार्टी उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे समर्थकों के बीच बंट गई। शिंदे खेमे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बाद में, एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री औऱ देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जिसके बाद से सिंबल को लेकर विवाद जारी था।

किस खेमे में ज्यादा दम?

वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 67 में से 40 विधायकों का समर्थन एकनाथ शिंदे गुट के साथ है। वहीं, पार्लियामेंट में 13 सांसद शिंदे गुट के साथ हैं जबकि 7 उद्धव ठाकरे गुट के साथ। केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसी आधार पर शिंदे गुट के पक्ष में फैसला सुनाया है।

संजय राउत बोले- एक नई शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे

शिवसेना (ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, 'हम नया चिह्न लेकर जनता के दरबार में जाएंगे। फिर एक नई शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा, ये लोकतंत्र की हत्या है। हम आगे भी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।' उद्धव ठाकरे गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे (Anand Dubey) ने कहा, 'इलेक्शन कमीशन बीजेपी का एजेंट है। बीजेपी के लिए काम करता है। अब देश की जनता को विश्वास हो गया है।'



शिंदे ने ट्विटर हैंडल पर पार्टी का नाम शिवसेना लिखा

एकनाथ शिंदे ने शिवसेना का चिन्ह 'तीर-कमान' पर फैसला हक़ में जाने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर अपना प्रोफइल पिक्चर बदल दिया है। शिवसेना के निशान तीर-कमान को उन्होंने अपने प्रोफाइल में लगाया है। शिंदे ने अपने ट्विटर हैंडल पर पार्टी का नाम शिवसेना लिखा।



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Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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